भारत

Unity in Diversity in India

On the occasion of India’s 72nd Independence Day, I call the youth of this nation to come together for building a nation which our freedom fighters dreamed years ago. We should forget our small difference and show the real power of India – Unity in diversity. Below lines are dedicated to all Indians.

 

विश्व पटल पर जब राष्ट्र चिन्हित होंगे,
सिरमौर पर भारत के चिन्ह अंकित होंगे,
हे, नव युवा इस राष्ट्र के,
आओ राष्ट्र निर्माण में हम भागीदार बने,

भूल कर निज स्वयं के भेद-भावो को,
वसुधैव कुटुम्ब्कम को चरितार्थ करे,
यह धरा है त्याग, प्रेम व बलिदानों का,
गूंज रहा जहाँ जर्रा-२ सूरवीरों की कहानी से,

देवभूमि की धरती पर,
प्रभु श्री राम ने मर्यादा का पाठ पढ़ाया,
श्री कृष्ण का अवतार लेकर के,
प्रेम व गीता का ज्ञान सबको बताया,

सत्यता, निष्ठता एवं अखंडता के साथ,
अपने दायित्वों का हम निर्वाह करे,
विवेकानंद के विश्व गुरु का सपना,
आओ मिलकर हम साकार करे,

चाटुकारिता व अवसरवादिता से कभी,
किसी राष्ट्र का उत्थान नहीं हुआ,
दूर कर इन कुरीतियों को हम,
एक समृद्ध भारत का निर्माण करे,

सदियों पुरानी है हमारी सभ्यता,
विरासत में मिला हमे संस्कार,
सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय का रखते ध्यान,
अनेकता में एकता ही है भारत की पहचान,

18 thoughts on “भारत

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